अपने हालात को कोसे नहीं, बल्कि उनका डट कर सामना करें
नमस्कार दोस्तों.. 🙏🙏
आपका अपना यात्री सेवा ब्लॉग में आपका स्वागत हैं।
जैसा की आप सब को पता हैं की मै रोजाना इस ब्लॉग पर जीवन से जुडी अनुभव को आपके साथ साझा करता हूँ।
तो चलिए बिना देरी किये आज का रियल स्टोरी सुरु करते हैं।
वैसे तो मै रोजाना अपना करता हूँ लेकिन आज काम के दौरान एक ऐसे वयक्ति से मुलाक़ात हुई जो पूरी तरह से अपाहिज था.. लेकिन फिर भी वो जोमाटो कर रहा था उसे देखकर मेरे आँखों में आंसू आ गए मैंने देखा की वो किस तरह से अपना तीन पहिया स्कूटी से जैसे तैसे उतर कर अपना पार्सल ले रहा था मुझे बहोत दया आ रहा था…खुद पर बहोत शर्मिंदगी महसूस हो रहा था.. मै चाह कर भी उसके लिए कुछ भी नहीं कर पाया.. मेरे पास खुद बिलकुल भी पैसे नहीं थे…मुझे अभी भी बहोत अफ़सोस हैं…अब चाहे मेरे जिंदगी में जीतनी भी मुस्किले आये मै उनका हस्ते हस्ते सामना करूँगा अगर जिंदगी बोझ लगने लगे तब मै उस इंसान को याद करूँगा जिसे मैंने आज मिला।
रास्ते में ऐसे कई विकलांग होते हैं जो भिक्छा मांगते रहते हैं…कई लोगों को तो अच्छे से खाने तक का नसीब नहीं हो पता केवल पानी पीकर सो जाते हैं।
आपसे नम्र निवेदन हैं की हम सब मिलकर अपने कमाई का कम से कम 1 % दान करें।
हम सब के थोड़े थोड़े से सहयोग से किसी का पेट भर सकता हैं और हो सकें तो पशु पंछी को भी थोड़ा थोड़ा खाना तथा पानी अवश्य पिलाए।
आप सभी को दिल से धन्यवाद 🙏🙏🙏 मुझे आर्टिकल लिखना नहीं आता लेकिन फिर भी अपने अनुभवो को शेयर करना चाहता हूँ।
अगर आपको मेरा ये आर्टिकल अच्छा लगा हो तो उपवोट और शेयर जरूर करें।
यात्री सेवा 🙏🙏
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें